प्रश्नोत्तर से परे बातें होने लगे,
तभी तो रिश्तों के माने होने लगे..
सिकुड़ के कली जब खिलने लगे,
तभी तो भँवर दीवाने होने लगे..
Opening up ~ खुलना
10 Jun 2020 Leave a comment
in कविता, रिश्ते, शायरी Tags: कली, खुलापन, बात, भँवर
Life is a Poem जिंदगी तू एक कविता है જીવન તુ એક કાવ્ય છે
10 Jun 2020 Leave a comment
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प्रश्नोत्तर से परे बातें होने लगे,
तभी तो रिश्तों के माने होने लगे..
सिकुड़ के कली जब खिलने लगे,
तभी तो भँवर दीवाने होने लगे..